ऑटो डेस्क. टाटा मोटर्स की कंपनी जगुआर लैंड रोवर्स ने फ्यूचरिस्टिक ड्राइवरलेस इलेक्ट्रिक कार को पेश किया है। यह एक चार मीटर लंबी कार होगी, जिसे शहरी जरूरतों के ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। कार के लोअर साइड में बैटरियां लगेंगी। कार के अंदर का केबिन भी इस तरह से तैयार किया गया है कि उसे व्यक्तिगत या वाणिज्यिक इस्तेमाल के हिसाब से बदला जा सकता है।
1390 रुपए आया सेंटर निर्माण का खर्च
ड्राइवरलेस इलेक्ट्रिक कार को ब्रिटेन स्थित यूरोप के सबसे रिसर्च एंड डेवल्पमेंट सेंटर में पेश किया गया। कार को मिडिल ब्रिटेन के वारविक यूनिवर्सिटी स्थित कंपनी के इनोवेशन सेंटर में विकसित किया गया है। इस इनोवेशन सेंटर की शुरुआत प्रिंस चार्ल्स ने की। इस सेंटर को बनाने में 1390 रुपए का खर्च आएगा। यह सेंटर 33,000 स्कवॉयर मीटर में फैला है।
फ्यूचरिस्टिक मोबिलिटी पर जोर
जगुआर लैंड रोवर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राल्फ स्पेथ ने कहा कि प्रोजेक्ट वेक्टर ने कहा कि हम इस परियोजना के जरिए फ्यूचरिस्टिक मोबिलिटी पर जोर देंगे। कार कनेक्टेड टेक्नोलॉजी के साथ आएगी। कंपनी ‘डेस्टिनेशन जीरो’ पर काम कर रही है। कंपनी वाहन उद्योग के एक ऐसे भविष्य को ‘डेस्टिनेशन जीरो’ नाम देती है, जहां दुर्घटनाएं शून्य हों, उत्सर्जन शून्य हो और सड़क पर यातायात का दबाव शून्य हो।
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